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लेखनी प्रतियोगिता -04-Jul-2022 आखिरी प्यार

             सौम्या  बहुत ही चंचल लड़की थी। उसकी इधर उधर मुंह मारने की पुरानी आदत थी।  वह सुन्दर लड़कौ को देखकर उन पर लाइन मारना उसकी आदत में आगया था।


       एक बार वह  अपनी बुआ के घर गयी हुई थी। उसकी बुआ के पडौ़स मे एक बहुत ही चंचल लड़का रहता था। उसका काम भी लड़कियो को पटाकर उनसे ही खर्चा करवाना उसकी आदत बन गयी थी।

       जब सौम्या और बीरू की आपस में आँखै चार हुई फिर क्या था सौम्या उसको देखकर  चारौ खाने चित्त होगयी। और वह उसकी तरफ चुम्बक की तरह खिची चली गयी।

     उसकी बुआ को जब उस पर कुछ शक हुआ तो वह सौम्या को पूछ बैठी कि तेरे और बीरू के बीच में क्या खिचडी। पक रही है।

     सौम्या अपनी बुआ से बोली," कौन बीरू ? मै तो किसी बीरू को नही जानती हूँ। बुआजी आपको कोई गलत फहमी होगयी है। "

    उसकी बुआ भी चुप होगयी लेकिन वह उसपर नजर रखने लगी। एक बार तो उसकी बुआ ने उसे अपने घर बापिस भेजने की सोची लेकिन यह सोचकर चुप रहगयी कि भाभी कुछ गलत न सोचने लगे कि मेरी लड़की पर  इल्जाम लगाकर बापिस भेजना चाहती है। यह सब सोचकर वह चुप होगयी और उस पर कडी़ नजर रखना शुरू कर दिया।

         लेकिन सौम्या भी कम नही थी वह ऐसा समय देखती जब उसकी बुआ यातो बाजार जाती अथवा किसी किट्टी पार्टी में जाती थी।

      एक दिन उसकी बुआ किसी किट्टी पार्टी मे गयी थी। उसके फूफा घर पर थे वह अपने फूफा को चकमा देकर बीरू के साथ चम्पत होगयी। वह दोनौ एक होटल मे पहुँच गये।

        वहाँ जाकर खाने का आर्डर कर दिया। बीरू का यह पैट होटल था वह वहाँ के वेटरौ से भी मिला हुआ था।  बीरूँ ने ज।म कर खाने का आनन्द लिया । उसने अपना खाना पहले ही पूरा कर लिया लेकिन सौम्या आराम से खारही थी।

         बीरू सौम्या से बोला,"  मै वाशरूम जाकर आता हूँ तुम वेटर से बिल मँगवाना मै आकर पैमेन्ट करता हूँ। " इतना कहकर वह होटल के पिछले दरवाजे से निकल गया।

      सौम्या ने बिल मंगवा लिया बिल भी आठसौ का था।  अब वह बहुत देर तक बीरू के आने का वेट करती रही। जब उसे बहुत देर होगयी तब सौम्या को चिन्ता होगयी। उसने एक वेटर को बुलाकर बीरू के बिषय मे पूछा।

    वह वेटर बोला," मैडम उसका यहाँ हर रोज यही हाल होता है वह हर दिन एक नयी लड़की फसाकर लाता है। और स्वयं भाग जाता है।

    सौम्या समझ गयी और उसने उसको इसका बदला लेने की ठान ली। आज तो उसने चुपचाप बिल का पैमेंन्ट कर दिया। और वह कुछ नहीं बोली ।

              एक दिन  उसने उसको माल चलने के लिए बोल दिया।जिसके लिए वह तैयार होगया। वहाँ जाकर दोनौ ने जमकर परचेज करली जब पैमेन्ट का नम्बर आया तब सौम्या बोली," ओह! मै  आज अपना पर्श  बदल कर लेआई मेरे पैसे व कार्ड उस पर्श में है तुम एकबार पैमेन्ट कर दो फिर मै देदूँगी।

      अब शर्म के कारण उसे पेमैन्ट करनी पडी़  आज सौम्या  उसपर भारी पड़गयी थी। अब वह उससे पैमेन्ट मांग भी नही सका । आज उसे बहुत शर्म आरही थी।

       अब बीरू सौम्या से दूर दूर रहने लगा। एक दिन  सौम्या ने उसको एकान्त मे पाकर उससे पूछा," क्या बात आजकल दूरी बनाने लगे हो। क्या हुआ उस दिन कुछ अधिक खर्चा होगया। "

       " नहीं ऐसी बात नही ं है बस कुछ काम ही ऐसा होजाता था कि तुमसे ही नही  सका था।" बीरू ने बहाना बनाया।

      सौम्या बोली," उस दिन तुम भी तो मुझे धोका देकर पतली गली से दफा होगये थे। तुमने यह नहीं सोचा कि यदि मेरे पास पैसे न होते तब मेरी कितनी बेइज्जती होती। मै क्या करती। मुझे तो मालूम हुआ है कि तुम सूरत के कुछ ज्यादा ही अच्छे हो जिससै मेरी जैसी भोली लड़कियौ को फसाकर प्यार का नाटक करते हो और  फिर उसे इसी तरह धोका देकर भाग जाते हो। 

        " नहीं ऐसी बात नहीं है यह झूँठ है? तुम्है किसीने गलत इन्फार्मेशन दी है।", बीरू सहमता हुआ बोला।

        "   देखो किसी के दिल से खेलना ठीक नहीं है यह तुम्है किसी  दिन मँहगा पड़ सकता है।" सौम्या ने उसे समझाया।

     बीरू ने अपने दोंनौ कान पकड़ कर सौम्या को साँरी बोला और उससे बोला ," तुम मेरी गुरु हो यह मेरा आखिरी  प्यार है  । मै कसम खाता हूँ। अब मै किसी को परेशान नही करूँगा।

          इसतरह सौम्या और बीरु दोंनौ ही सुधर चुके थे। अब दोनौ ही लाईन मारना बन्द कर दिया था।

 दैनिक प्रतियोगिता हेतु रचना

नरेश शर्मा " पचौरी "

 04/07/2022


  

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8 Comments

Seema Priyadarshini sahay

06-Jul-2022 08:01 PM

बहुत खूबसूरत

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Pallavi

05-Jul-2022 02:57 PM

बहुत खूबसूरत

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Abhinav ji

05-Jul-2022 07:28 AM

Very nice👍

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